‘दास्तान-ए-शहादत’
Event Start Date : 26/12/2023 Event End Date 26/12/2023
कलीराम डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, सफीदों में गुरु गोविंद सिंह के त्याग और बलिदान से लेकर बंदा सिंह बहादुर तक की जीवन यात्रा पर आधारित नाटक हरियाणा और पंजाब के कलाकारों द्वारा ‘दास्तान-ए-शहादत’ प्रस्तुत किया गया जिसमें गुरु गोविंद सिंह के बच्चों को दीवार में चिनवाने का अलौकिक दृश्य प्रस्तुत किया गया जिसे देखने के लिए सफीदों ही नहीं आसपास के गांव से भी भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए । समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने गुरु गोविंद सिंह की शहादत को अद्वितीय बताते हुए कहा कि स्कूलों में वार्षिक उत्सव जैसे कार्यक्रम स्कूल की गतिविधियां दिखाने के लिए किए जाते हैं परंतु देश और धर्म के लिए बलिदान देने वालों की कहानी बताने वाला समारोह स्कूलों के द्वारा बहुत कम प्रस्तुत किया जाता है, जबकि ऐसे समारोह की अधिक आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि जींद से जो मुहिम चली वह आज अंतर्राष्ट्रीय हो गई है । वह कौम सदा जिंदा रहती है जो अपने शहीदों को याद रखती है, इस विषय में सिखों का उदाहरण सबके सामने है । यह बहादुर कौम धर्म की रक्षा के लिए स्थापित हुई है जिसे यह बड़ी तत्परता के साथ निभा रहे हैं। डी.ए.वी. संस्थाओं के निर्देशक और जींद में वीर बाल दिवस की आवाज उठाने वाले डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने चौधरी वीरेंद्र सिंह की बात का समर्थन करते हुए कहा कि इस कौम ने त्याग और बलिदान के द्वारा धर्म की रक्षा की है। आज वह सेवा और परोपकार के द्वारा समस्त मानवता की सेवा कर रहे हैं ।उन्होंने कहा बच्चे भगवान का रूप होते हैं, जब कोई बच्चा देश और धर्म की रक्षा के लिए तत्पर होता है तो यूं मानो कि स्वयं भगवान धरती पर प्रकट हो गए हैं और मानवता को बचाने के लिए काम कर रहे हैं। यही काम गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों ने किया। इसलिए जब तक सूरज-चांद रहेगा गुरु गोविंद सिंह और उनके परिवार का नाम रहेगा। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में गुरुद्वारा सिख प्रबंध समिति की सदस्य बीवी परमिंदर कौर ने खुले मन से प्रधानमंत्री द्वारा वीर बाल दिवस की घोषणा किये जाने की प्रशंसा की। सुखमनी सेवा समिति जींद के अध्यक्ष जत्थेदार गुरजिंदर सिंह ने कहा कि डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने न केवल साहिबजादों को सम्मानित करने का काम किया है बल्कि उन तमाम बच्चों को श्रद्धांजलि दी है जिन्होंने देश और धर्म के लिए बलिदान किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. धर्मदेव ने जींद की जनता को साथ लेकर निरंतर 5 वर्ष तक संघर्ष किया जिसका परिणाम वीर बाल दिवस के रूप में सामने आया है। यह उनकी तपस्या का फल है इसलिए शीघ्र ही सिख समाज डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी के सम्मान में एक समारोह का आयोजन कर उनकी सिख समाज के प्रति की गई सेवाओं के लिए सम्मानित करेगा। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष श्री राजू मोर ने धर्मदेव विद्यार्थी की सराहना करते हुए भारत के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद किया जिन्होंने वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा कर नई पीढ़ी को देशभक्ति का रास्ता दिखाया है। कलीराम डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, सफीदों की प्राचार्या श्रीमती रश्मि विद्यार्थी ने बताया कि स्कूल पिछले 5 वर्षों से वीर बाल दिवस समारोह मना रहा है जिससे बच्चों में अनुशासन सेवा और देशभक्ति का भाव बढ़ा है। उन्होंने कहा प्रत्येक स्कूल को इस मुहिम में शामिल होकर अपने बच्चों को देशभक्ति त्याग और बलिदान की शिक्षा देनी चाहिए। समारोह में सफीदों के सभी गुरुद्वारो के प्रधान तथा सामाजिक संस्थाओं के मुखिया उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।