डीएवी स्थापना दिवस पर रक्तदान शिविर के साथ-साथ मीठे पानी की छबील का आयोजन
Event Start Date : 31/05/2025 Event End Date 01/06/2025



कलीराम डीएवी सफीदों में डीएवी स्थापना दिवस पर रक्तदान शिविर के साथ-साथ मीठे पानी की छबील का आयोजन
कलीराम डीएवी पब्लिक स्कूल में डीएवी स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर रक्तदान व जल दान के पुण्य कार्य का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम हवन यज्ञ से कार्यक्रम का शुभारंभ कर प्राचार्या पूनम सिंह ने डीएवी स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए डीएवी की प्रेरणा महर्षि दयानंद सरस्वती व डीएवी की चेतना महात्मा हंसराज की शिक्षाओं को समाज में प्रसारित करने व सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया ।स्वामी दयानंद सरस्वती की स्मृति में स्थापित दयानंद एंग्लो वैदिक विद्यालय जो आर्य समाज ,संस्कृति, संस्कार ,परंपरा, विज्ञान का संगम है, डीएवी के पथिक बनने पर हम सभी को गर्व है।
इस अवसर पर विद्यालय में पेरेंट्स टीचर मीटिंग का भी आयोजन किया गया। प्राचार्या पूनम सिंह ने अभिभावको व बच्चों का हार्दिक स्वागत करते हुए बताया कि धर्म की रक्षा के लिए श्री गुरु अर्जुन देव जी ने मुगलों के अत्याचार सहते हुए 30 मई को शहादत दी थी, उनकी स्मृति में डीएवी स्थापना दिवस पर सभी अध्यापकों व बच्चों के सहयोग से श्री गुरु अर्जुन देव जी की शहादत व निर्जला एकादशी के अवसर पर डीएवी स्कूल के प्रांगण में मीठे पानी की छबील लगाई गई है। विद्यालय की एनएसएस व एनसीसी इकाई के सभी छात्रों ने पूरे सेवा भाव के साथ आम जनता को मीठा पानी पिलाया ।बच्चों में मानवता ,परोपकार व सेवाभाव विकसित करने के लिए प्राचार्या पूनम सिंह के नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसाइटी के सौजन्य से रक्तदान शिविर भी लगाया गया। इस शिविर में 50 यूनिट ब्लड एकत्रित करने का उद्देश्य पूरा हुआ । प्राचार्या पूनम सिंह ने सभी अभिभावकों व अध्यापकों को रक्त देने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि रक्त की एक-एक बूंद अमूल्य है। युवा शक्ति द्वारा आपसी शत्रुता में रक्त बहाने की अपेक्षा रक्तदान से जीवन बचाना सच्ची मानव सेवा है ।'रक्तदान महादान' है, रक्त का कोई विकल्प नहीं । दुर्घटना या किसी भयंकर बीमारी से ग्रसित मरीज को सर्वप्रथम रक्त की आवश्यकता होती है इसलिए रक्तदान को महादान कहा गया है। स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान करके अपने ह्रदय व लीवर को सुरक्षित रख सकता है ।सभी को अपने जीवन में कम से कम एक- दो बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए । रक्तदान शिविर में अभिभावकों के साथ-साथ कमलजीत राठौर ,गुलशन वालिया , अनिल कुमार, अश्विनी कुमार,देवेंद्र सिंह आदि अध्यापकों व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों ने पूरे जोश के साथ इस शिविर में 1-1 यूनिट रक्त दान किया। अंत में प्राचार्या महोदया ने सभी अभिभावको व विशेष रूप से बच्चों का हार्दिक धन्यवाद किया जिन्होंने अपनी सेवा से कार्यक्रम को सफल बनाया। इस कार्यक्रम के दौरान ही पेरेंट्स टीचर मीटिंग के संयोजन पर अध्यापक और अभिभावकों ने अपने बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट पर भी चर्चा की व यूनिट टेस्ट रिजल्ट लिया तथा ग्रीष्मकालीन गृह कार्य के अंतर्गत बच्चों को प्रत्येक विषय के ऐसे प्रोजेक्ट वर्क दिए गए जो उनका सामाजिक, बौद्धिक व शारीरिक विकास करे व बच्चों को अपने परिवार ,समाज व देश से जोड़े।